Description
विधारा की जड़ को ज्योतिष में बुध ग्रह के प्रभावों को शांत करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इससे बुद्धि, वाणी और संचार में सुधार होता है। यह जड़ अर्धांग पक्षाघात, घावों और चोटों, अवसाद और चिंता का इलाज करने में भी मदद कर सकती है.
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बुध ग्रह के दोषों को दूर करना:विधारा की जड़ बुध ग्रह के नकारात्मक प्रभावों को कम करने में मदद करती है। यह बुध ग्रह को मजबूत करती है और बुद्धि, वाणी और संचार को बेहतर बनाती है.
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अर्धांग पक्षाघात का इलाज:विधारा की जड़ अर्धांग पक्षाघात के इलाज में मदद कर सकती है। यह पक्षाघात वाले हिस्से को ठीक करने और मांसपेशियों की ताकत और गतिशीलता को बढ़ाने में मदद करती है.
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घावों और चोटों का इलाज:विधारा की जड़ घावों और चोटों को भरने और सूजन और दर्द को कम करने में मदद करती है.
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अवसाद और चिंता का इलाज:
विधारा की जड़ अवसाद और चिंता के इलाज में मदद कर सकती है। यह मस्तिष्क में रक्त के प्रवाह को बढ़ाने और मूड को बेहतर बनाने में मदद करती है.
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शारीरिक दुर्बलता और यौन कमज़ोरी में:
विधारा का इस्तेमाल शारीरिक दुर्बलता और यौन कमज़ोरी के इलाज में किया जाता है.
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जोड़ों के दर्द, गठिया, बवासीर, सूजन, डायबिटीज, खाँसी, पेट के कीड़े, सिफलिस, एनीमिया, मिरगी, मैनिया, दर्द और दस्त में:
विधारा का इस्तेमाल इन समस्याओं से राहत दिलाने में भी मदद कर सकता है.
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हड्डियों को मजबूत बनाता है:
विधारा के सेवन से हड्डियां मजबूत होती हैं और सातों धातुएं पुष्ट होती हैं.
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पुरुषों में शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाता है:
विधारा पुरुषों में शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने में मदद करता है.
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तंत्रिका तंत्र को मजबूत करता है:
विधारा तंत्रिका तंत्र को मजबूत करता है और नसों को आराम देता है.
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पाचन को बेहतर बनाता है:विधारा पाचन को बेहतर बनाता है और भोजन को पचाने में मदद करता है.

Khirni Ki jad (Moon) 
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